बिना आपरेशन के 8 पथरियां सफलतापूर्वक निकाली। 

डाॅ. एम.एल. जैन को मिली एक और बड़ी सफलता



नीमच@मालवा आजतक 


नगर के वरिष्ठ होम्यो. चिकित्सक डाॅ. एम.एल. जैन (पूजा क्लिनिक वीर पार्क रोड़, नीमच) को बिना आपरेशन के अपने स्वयं के द्वारा तैयार होम्योपैथिक फार्मूले से पथरियां निकालने में लगातार सफलताएं मिलती जा रही है। सर्वप्रथम डाॅ. एम.एल. जैन (यूरीन इन्फेक्शन को करना) द्वारा पथरी के मरिज की वर्तमान तकलिफे (जैसे कि दर्द, जलन, उल्टियां, पेशाब में रक्त आना, पेशाब रूक कर आना आदि) को दूर किया जाता है। फिर वे पथरी निकालने के लिए दवाइयां देते हैं, उनके द्वारा दी गई दवाइयां पथरी को गलाने का काम करती है, (लिथोट्रिप्टिक इफेक्ट), पेशाब के रास्ते को चैड़ा (डाइलेट) करने का काम करती है। पेशाब ज्यादा लाने का काम करती है। पुनः पथरी न बने उसके लिए भी उचित परामर्श एवं दवाएं देते हैं। इस प्रकार से दवाइयां अपना असर करती है और पथरियाँ बिना आॅपरेशन के सफलता पूर्वक निकल जाती है।



इसी क्रम में डाॅ. एम.एल. जैन को नीमच निवासी नितेश कुमार लूनिया की 8 पथरिया 5 से 15  एम.एम. आकार की निकालने में सफलता मिली है।


 डाॅ. एम.एल. जैन ने बताया कि 26 वर्षीय नितेश के दोनों गूर्दों में करिब 15.16 पथरियां एवं पेशाब की थेली में 8 पथरियां थी। जो कि 3 एम.एम. से लेकर 19.6 एम.एम. आकार की थी तथा एक पथरी 16ण्8 एम.एम. की पित्त की थेली (गाल ब्लेडर) में थी। पथरियों की वजह से नितेश की दाये - गूर्दे में ग्रेड थर्ड (प्प्प्) का हाइड्रोनेफ्रोसिस हो रहा था। (19.10.19 की सोनोग्राफी रिपोर्ट) साथ मे पेशाब में रक्त एवं पीप आ रहा था।



 सारी रिपोर्ट एवं पथरियों के आकार को देखते हुए एवं गूर्दे की खराबी के चलते तुरन्त आपरेशन की सलाह दी गई। किन्तु आर्थिक स्थिति के चलते नितेश आपरेशन कराने में अ-समर्थ था। यहां तक की जो होना होगा हो जावेगा। रुपये की व्यवस्था होगी तब देखेगें।



 ऐसे में डाॅ. एम.एल. जैन द्वारा बहुत ही कम खर्च में नितेश का होम्योपैथिक उपचार शुरू किया और मात्रा 2 माह में उपचार से ही नितेश की आठ - पथरियां 5 से 15 एम.एम. आकार की निकल गइ। 6.01.2020 को कराई गई सोनोग्राफी रिपोर्ट से पता चला कि पेशाब की थेली की सभी आठों पथरियां निकल गई स्वयं नितेश भी पथरियां लेकर आया। अभी उसे प्रतिदिन होने वाली तकलीफे जैसे कि भयंकर चुभने वाला दर्द, पेशाब में जलन, पेशाब रूक रूककर आना लालरंग का आना आदि पूर्णरूप से ठिक है, लेकिन अभी भी दोनों गूर्दों में कई पथरियां पड़ी हुई है। दायें गूर्दे में खराबी अभी भी हो रही है। 19.6 एम.एम. आकार वाली पथरी के कारण। इस पथरी के बहुत बड़ी होने के कारण पुनः नितेश को इसका आपरेशन कराने की सलाह दी गई, लेकिन अभी भी नितेश आपरेशन कराने की स्थिति में नहीं है। उसका होम्योपैथिक उपचार चल रहा है।