नीमच@मालवा आजतक
‘महिला यदि अपने आध्यात्मिक स्वमान को जानकर एवं उसके स्वरूप में टिककर परिवार, समाज और देश की सेवा करे तो वह स्वयं भी गौरवान्वित होगी और विश्व का भी सम्मान बढ़ेगा । वैसे भी विश्व उद्धारक के रूप में महिला का शिव शक्ति स्वरूप ही पहचाना व गाया गया है ।
महिला यदि अपने नाम के तीन अक्षरों म से ममता, हि से हिम्मत और ला से लाज अथवा मर्यादा का समायोजन करके हर कर्तव्य करे तो महिला का विश्व में सर्वोच्च स्थान हो सकता है'' उक्त मिले जुले विचार ब्रह्माकुमारी संस्थान की सबझोन संचालिका बी.के.सविता दीदी ने केवल 12 घण्टे में शक्ति नगर (बघाना), इंदिरा नगर (नीमच सिटी), मनासा, मल्हारगढ़ व पिपलिया मण्डी में आयोजित महिला सशक्तिकरण सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये । आपके साथ बी.के.श्रुति बहन, बी.के.शीतल बहन, बी.के.दिव्या बहन, बी.के. महानन्दा बहन, बी.के.रीता बहन, बी.के.लता बहन व बी.के.सुरेन्द्र भाई ने भी इन सम्मेलनों में भाग लेकर सम्बोधित किया । दिन में 12 बजे से विभिन्न स्थानों पर जाकर रात्रि 12 बजे तक 5 सम्मेलन में भाग लेकर एक कीर्तिमान सविता दीदी ने बनाया ।